योगी के शहर को ‘‘राजधानी एक्सप्रेस’ की सौगात
अगले माह के किसी तारीख से शुरू हो सकती है आनन्द विहार (दिल्ली) -अगरतला राजधानी एक्सप्रेस, जो बरास्ते लखनऊ, गोरखपुर चलेगी
गोरखपुर के रूट से चलने वाली यह प्रथम राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन होगी
अस्सी के दशक में बीबीसी ने अपने एक समाचार बुलेटिन में उत्तर प्रदेश के पूर्वी छोर पर स्थित हठयोगी बाबा गोरक्षनाथ की...
more... नगरी गोरखपुर की तुलना शिकागो (यूएस) से की थी। यह तुलना किसी अच्छे काम के लिए नहीं बल्कि दुर्दान्त अपराधियों के कारनामों से रोज दहलने वाली घटनाओं के परिप्रेक्ष्य में की गयी थी। बीबीसी ने कहा था कि अपराध के मामले में भारत का गोरखपुर शहर शिकागो को भी मात देने पर उतारू है। वही गोरखपुर आज राजनीति के क्षेत्र में नित नए सोपान चढ़ते हुए विकास की नई इबारत लिखने को आतुर है। गोरखपुर के सांसद और गोरक्षपीठ के महंत योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद मानो इस शहर के दिन फिर गए हैं। रेलवे इस शहर को एक नई सौगात देने जा रहा है। यह सौगात राजधानी एक्सप्रेस की -शेष पेज 2
द संजय सिंहनई दिल्ली/एसएनबी
है, जो गोरखपुर से होकर चलने वाली प्रथम राजधानी एक्सप्रेस होगी। यह राजधानी एक्सप्रेस दिल्ली के आनन्द विहार स्टेशन से चलकर, लखनऊ, गोरखपुर होते हुए त्रिपुरा की राजधानी अगरतला तक जाएगी। रेल मंत्रालय में बृहस्पतिवार को सम्पन्न एक अहम् बैठक में सम्बन्धित अधिकारियों और उनके विभागों को यह साफ निर्देश दिया गया कि वे किसी भी सूरत में अगले माह तक इस ट्रेन यानि कि आनन्द विहार-अगरतला राजधानी एक्सप्रेस को रेल पथ पर दौड़ाने की व्यवस्था करें। इसके लिए नए कोच उपलब्ध करा दिए गए हैं। बैठक में नई राजधानी एक्सप्रेस के रूट में पड़ने वाले सभी जोनल रेलवे (पूर्वोत्तर रेलवे, उत्तर रेलवे, पश्चिम रेलवे, उत्तर पश्चिम रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे तथा पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे) के वरिष्ठ अधिकारियों ने शिरकत की। बैठक की अध्यक्षता रेलवे मंत्रालय के एडवाइजर कोचिंग ने की, जिसमें रेलवे बोर्ड के डायरेक्टर कोचिंग भी मौजूद थे।पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य यात्री यातायात प्रबन्धक (सीपीटीएम) मनोज कुमार सिंह ने इस संवाददाता से बातचीत में स्वीकार किया कि रेलवे बोर्ड से उक्त राजधानी एक्सप्रेस को शीघ्र चलाने का निर्देश मिला है। उन्होंने कहा कि उनके रेलवे जोन ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है। पूर्वोत्तर रेलवे के लिए यह गौरव की बात है कि उसके मुख्यालय स्टेशन गोरखपुर से होकर पहली राजधानी एक्सप्रेस चलेगी। इस ट्रेन के संचलन से असम और पूर्वोत्तर भारत की ओर जाने वाले लोगों को बड़ी राहत मिल सकेगी। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के गृह नगर गाजीपुर को भी एक जोड़ी नई एक्सप्रेस ट्रेन और दो जोड़ी एक्सप्रेस ट्रेनों की आवृत्ति बढ़ाने का तोहफा मिला है। गाजीपुर क्षेत्र के लोगों को अब मां वैष्णो देवी के दर्शन हेतु जाने के लिए वाराणसी जाकर ट्रेन पकड़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी। रेलवे द्वारा सितम्बर माह की किसी तारीख से गाजीपुर से कटरा के बीच सप्ताह में दो दिन नई एक्सप्रेस ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है। रेल मंत्रालय ने इस ट्रेन को चलाने की तारीख तो 20 सितम्बर मुकर्रर की है, लेकिन तिथि आगे-पीछे हो सकती है।इसके अलावा गाजीपुर से आनन्द विहार (दिल्ली) के बीच इसी साल से चल रही सुहेलदेव एक्सप्रेस को सप्ताह में तीन दिन से बढ़ाकर सात दिन संचालन करने का निर्देश दे दिया गया है। इसी तरह गाजीपुर से बान्द्रा के बीच चलने वाली साप्ताहिक ट्रेन को दो दिन चलाने का निर्देश दिया गया है। यह ट्रेन इस माह की आखीर से ही सप्ताह में दो दिन संचलन कर सकती है।